इधर बलास्टिंग कम करने कुसमुंडा खदान में आंदोलन, उधर ढह गया मकान, पड़ोसी आवाज नही देता तो मलबे में दब जाता परिवार…..
कोरबा – बीते बुधवार को कुसमुंडा खदान में ब्लास्टिंग कम करने के लिए आंदोलन चल रहा था इसी दौरान बरपाली ग्राम में ब्लास्टिंग हुई और घर का छप्पर भरभरा कर गिर गया । लिंक पर जाकर देखें घटनास्थल से एक्सक्लूसिव वीडियो..?????
बढ़ते कोल उत्पादन के बीच खदान प्रभावितों की समस्याएं भी बढ़ रही है,आंदोलनकारियों को देने वाले आश्वासन के पुल पर डिस्पेच हो रहे कोयले के आंकड़े बेशक आज नित नए कीर्तिमान गढ़ रहे हैं, परंतु केवल आश्वासन के भरोसे आखिर कब तक खदान चलेगा, आपको उत्पादन के साथ- साथ विस्थापन, बसावट और रोजगार के मुद्दो पर काम करना होगा, अभी करना होगा, तेजी से करना होगा, अन्यथा घरों के मुहाने पर पहुंच चुके खदान कभी भी बंद हो सकते हैं, देश एक बार फिर कोयले के संकट से घिर सकता है, हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी कोयला परियोजना में से एक कुसमुंडा परियोजना की जहां पर नित प्रतिदिन खदान बंद कर आंदोलन देखे जा रहे हैं, यह आंदोलन किसी एक व्यक्ति या किसी एक संगठन के द्वारा नहीं किया जा रहा है यह आंदोलन हर क्षेत्र हर संगठन हर प्रभावितों के द्वारा किया जा रहा है । कुसमुंडा खदान विस्तार से प्रभावित लोग बेहद परेशान और दुखी हैं । रोजगार विस्थापन बसावट की मांग को लेकर आए दिन आंदोलन हो रहे हैं जो गांव खदान से बेहद करीब है वे खदान में होने वाले ब्लास्टिंग की परेशानियों से जूझ रहे हैं। बीते बुधवार को कुसमुंडा खदान से लगे बरपाली ग्राम के ग्रामीणों ने ब्लास्टिंग से परेशान होकर अन्य स्थान पर विस्थापन की मांग को लेकर खदान बंद करा दिया, लगभग 4 घंटे बाद प्रबंधन ने आगामी ५ मार्च को बैठक कर निराकरण की बात कही इधर कुसमुंडा खदान में ब्लास्टिंग कम करने घरों में दरार पड़ने की शिकायत पर प्रबंधन के अधिकारी ब्लास्टिंग कम करने का आश्वासन दे ही रहे थे की उधर बरपाली गांव में ब्लास्टिंग के दौरान एक घर का छप्पर भरभरा कर गिर गया। घर के मुखिया हरी दास की पत्नी ने बताया की उसकी दोनो बेटी दोपहर में अपने बच्चें के साथ घर के कमरे में सो रही थी,थोड़ी देर बाद पड़ोस में रहने वाले कमलेश नामक युवक आया और आवाज देने लगा,उसकी आवाज सुनकर सभी उठ गए,और कमरे से बाहर निकल आए,थोड़ी देर बाद कमरे का छप्पर भरभरा कर जमीन पर गिर गया,सभी दौड़ कर कमरे की ओर आए और देखा की कमरे का पूरा का पूरा छप्पर जमीदोस हो गया,सभी भगवान का शुक्रिया अदा करने लगे की किसी को कोई चोट नहीं लगी, वरना किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता था। बताया जा रहा है की कुसमुंडा खदान की ब्लास्टिंग की वजह से घर की छप्पर गिरी है। आईएनएन टीम खबर कवरेज करने के दौरान हरी दास के पड़ोस में रहने वाली मेदनी बाई ने भी अपना घर दिखाया उनके घर पर भी दीवार पर बड़ी बड़ी दरारें हैं, घर की सीट भी टूट रही है। कुसमुंडा खदान से लगे सभी ग्रामों का यही हाल है, बरपाली के साथ साथ पाली पडनिया जटराज इत्यादि ग्रामों में आए दिन ब्लास्टिंग से घर टूट रहे हैं,जल्द से जल्द अगर इन गावों का विस्थापन नही हुआ हुआ तो आने वाले समय में बड़ी अनहोनी से इंकार नही किया जा सकता। बरपाली ग्राम के घरों में पड़ी दरारें देंखे तस्वीर…..